भागदौड़ भरी इस जिंदगी में हर किसी के पास सब कुछ है, धन दौलत, रिश्ते, शोहरत, नाम लेकिन नहीं है तो बस एक चीज वो है शांति, मन की शांति। हर कोई इस शांति की तलाश में ही भटक रहा है। कोई टूर पर जाता है, शॉपिंग करता है, मॉल घूमता है, नई चीजें लेता है, विदेश जाता है, लेकिन शांति नहीं मिलती।
आज अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस है। हर साल 21 सितंबर को हर कोई शांति की शपथ तो जरूर लेते हैं, लेकिन दिन खत्म होते ही सब अपने वादे भूल जाते हैं। लोग शांति बाहर ढूंढते हैं लेकिन शांति आपके अंदर होती है। इस बात का एहसास कराती है ब्रह्मकुमारी संस्था। ब्रह्मकुमारी संस्था देश भर में लोगों को शांति का संदेश दे रही हैं, सिर्फ यही नहीं ये संस्था लोगों को इस बात से रू-ब-रू कराती है कि शांति लोगों के अंदर होती है, उसकी तलाश बाहर करने का कोई फायदा नहीं है।
हम जितनी प्रगति की राह पर चल रहे हैं उतना ही हम अंदर से अशांत हो रहे हैं। एक पल का चैन किसी को नहीं है। सफलता के इस सफर में चलते चलते हम इतने आगे निकल आएं हैं कि मन की शांति और सौहार्द कहीं खो गया है। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय किसी जाति-धर्म को नहीं मानता, ये बस शांति और एकता का संदेश ही फैलाता है। आज के इस युग में ऐसे प्लैटफॉर्म की बहुत जरूरत है। संस्था निशुल्क लोगों को सेवा प्रदान करता है। विश्व में जिस तरह से अशांति फैली है, वहां ये शब्द कहीं गुम सा हो गया है। आज के दिन विश्व में शांति दूतों को याद किया जाता है।